Shlok

Snaan Mantr Shlok

ॐ गङ्गे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती |
नर्मदे सिंधु कावेरी जलेस्मिन सन्निधिं कुरु ॥

अर्थ – हे माँ गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु, और कावेरी आप सभी तीर्थ मेरे स्नान जल मे समाहित हो इसे पवित्र करें. ताकि इस जल मे स्नान करने से मेरे और मेरे परिवार के सभी पाप और कष्टों का विनाश हो और मेरा और मेरे परिवार का जीवन सुखी, स्वस्थ, शांति और समृद्धि से भरा हो.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *